रियाज कैसे करें?

रियाज करते समय बैठने का तरीका सही होना चाहिए।

रियाज करते समय हमें सही ढंग से बैठना चाहिए अगर सही ढंग से बैठेंगे नहीं तो हमारा रियाज भी सही ढंग से नहीं हो सकता।
इसलिए बैठते समय अपनी रीड की हड्डी को बिल्कुल सीधा करके बैठना चाहिए सिर्फ सीधा करके ही बैठना है शरीर को अकड़ाना बिल्कुल नहीं है। इसका कया कारण है कि जब हमें रियाज करना है तब हम जो आवाज निकालेंगे वह आवाज हमारे पेट से आनी चाहिए।

रियाज करते समय गले का रखें खास ख्याल।

हमारा गला बेहद ही नाजुक चीज है इसलिए रियाज करते समय अपने गले का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि गले के सर पे ही तो सिंगर होता है।
तो रियाज करते समय गले पर किसी तरह का कोई भी दबाव नहीं होना चाहिए थोड़ा बहुत तो दबाव पडेगा खुद ही मगर आपको गले को force नही करना है। कोई भी आवाज खुले गले से लगाए गले में vocal cords होते हैं उन पर ज्यादा दबाव नहीं पडना चाहिए।

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क्या रियाज करें और किस सकेल (स्वर) से रियाज करें?

उस सकेल (स्वर) से रियाज करें जिस सवर को तीनों सपतकों में आसानी से लगाया जा सके।
और एक बात जरूर याद रखें आपको उस सवर को सा मानकर रियाज करना है जिस सवर से नीचे के मंदिर सपतक के भी 3 से 4 सवर आसानी से लगें और उसके उपर के सा से भी 3 से 4 सवर आसानी से लगें। मगर एक और बात है कि गले के हिसाब से जो अभी अभी सीखना जिन्होनें शुरू किया है उनसे शुरू – शुरू में मधय के सा से तार सपतक के सा तक ही सवर लगा होगा बाकी धीरे धीरे नियमित अभ्यास से नीचे मंदिर सपतक के सवर और उपर तार सपतक के सवर भी लगने लगेंगे।
यहां पर मैं कहुंगा कि जो female (स्त्री) हैं वह ध सवर पांचवां काला (A#)
से रियाज करें
और जो male (पुरूष) हैं वह सा सवर पहला काला (C#) से रियाज करें।
सबसे पहले आपने जिस सवर को सा सवर माना है उसी सा सवर की ध्वनी पर कम से कम 15 से 20 मिनट तक ओमकार (ओम) का रियाज करें बिल्कुल धैर्य से क्योंकि धैर्य से ही रियाज करेंगे तो कंठ में गायकी के लिए जरुरी ठहराव तभी आएगा।
उसके बाद 5-10 मिनट के लिए अलंकारों का रियाज आरोह – अवरोह में करीए।
और फिर दुबारा से सा सवर को दबा कर सा का ही रयाज करें 10 से 15मिनट तक सा सवर का रियाज ओमकार के रियाज की तरह ही करना है लंबी सांस लेकर 7से10 या 10से 15 सेकेंड तक एक ही सवर पर पूरा श्वास लगा कर सा का रियाज करना है।
और नियमित रियाज करने पर आपको 2 महीने में ही गले पर असर देखने को मिल जाएगा।

कितना समय रियाज करना होगा?

दोस्तों संगीत एक समंदर है अगर हम समंदर से एक लोटा पानी ले कर कहें कि समंदर से बहुत सारा पानी हमने ले लिया तो हम बहुत ही ना समझ हैं।
इसी प्रकार हम कितना भी गयान लें संगीत का उतना ही कम है और संगीत सीखने वाले हमेशा आगे आगे सीखते ही रहते हैं।
क्योंकि जैसे ईशवर का भेद किसी ने नही पाया उसी तरह संगीत का पूरा गयान भी कोई नहीं जान सकता जितना सीखो कम है इसीलिए हमें हमेशा संगीत सीखते रहना चाहिए।
 

1 thought on “How to do Riyaz”

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